Captain Anshuman Singh Kirti Chakra: हाल ही में राष्ट्रपति भवन में आयोजित रक्षा अलंकरण समारोह 2024 में देश के वीर सैनिकों को सम्मानित किया गया। इनमें से एक थे शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह, जिन्हें सियाचिन में वीरगति प्राप्त होने के बाद मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया। उनकी पत्नी स्मृति और मां मंजू ने यह सम्मान राष्ट्रपति से प्राप्त किया। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी उपस्थित थे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया सम्मानित
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पंजाब रेजिमेंट की 26वीं बटालियन के आर्मी मेडिकल कॉर्प्स के कैप्टन अंशुमान सिंह को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया। अपनी सुरक्षा की परवाह किए बिना उन्होंने एक बड़े आगजनी घटना में कई लोगों की जान बचाने के लिए असाधारण वीरता और संकल्प का प्रदर्शन किया।
उनकी पत्नी ने क्या कहा
सम्मान प्राप्त करते समय शहीद कैप्टन अंशुमान की पत्नी ने कहा कि कैप्टन अंशुमान बहुत सक्षम थे। वह अक्सर कहते थे, “मैं चाहता हूं कि मेरी छाती पर गोली लगे और मैं शहीद होऊं। मैं नहीं चाहता कि मैं किसी साधारण व्यक्ति की तरह मर जाऊं, जिसे कोई न जान सके।”
कैप्टन अंशुमान सिंह ने 10 फरवरी 2023 को शादी की थी, जो उनकी शहादत से पांच महीने पहले हुई थी। इसी बीच, उन्होंने इसी घटना से 15 दिन पहले सियाचिन की तरफ अपनी तैनाती ली थी।
घटना कब और कहां हुई
यह घटना 19 जुलाई 2023 की है जब सियाचिन ग्लेशियर में तैनात भारतीय सेना के टेंट में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। इस आग में कई टेंट जल गए। अपनी जान की परवाह न करते हुए रेजिमेंटल मेडिकल ऑफिसर कैप्टन अंशुमान सिंह ने आग को नियंत्रित करने का प्रयास करते हुए अपनी जान गंवा दी।
वीरता की कहानी
इस घटना के दौरान उन्होंने तीन सैनिकों को सुरक्षित बाहर निकाला, लेकिन स्वयं बुरी तरह जल गए। उन्हें इलाज के लिए एयरलिफ्ट करके चंडीगढ़ ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका और वे वीरगति को प्राप्त हो गए। शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के निवासी थे। उनके अद्वितीय बलिदान और वीरता की गाथा सदैव याद की जाएगी और हमें गर्व से भर देगी।