NAMAK ANDOLAN: नमक आंदोलन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक प्रमुख और प्रभावशाली आंदोलन था, जिसे महात्मा गांधी ने 12 मार्च 1930 को शुरू किया। इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य ब्रिटिश शासन द्वारा लगाए गए नमक कर का विरोध करना और भारतीय लोगों के स्वदेशी उत्पादन और व्यापार के अधिकार की मांग करना था। महात्मा गांधी ने इस आंदोलन को एक ऐतिहासिक दिशा देने के लिए 240 मील की दांडी यात्रा (Dandi March) की, जो अहमदाबाद से दांडी तक की थी। इस यात्रा के दौरान गांधी जी और उनके साथियों ने समुद्र तट पर नमक बनाकर ब्रिटिश नमक कानून का उल्लंघन किया, जिससे पूरे देश में एक नई जागरूकता और उत्साह का संचार हुआ।
1. नमक आंदोलन कब और किसने शुरू किया था?
उत्तर: नमक आंदोलन 12 मार्च 1930 को महात्मा गांधी ने शुरू किया था।
2. नमक आंदोलन का उद्देश्य क्या था?
उत्तर: नमक आंदोलन का उद्देश्य ब्रिटिश शासन के नमक कर पर विरोध करना और भारतीय लोगों के स्वदेशी उत्पादन और व्यापार के अधिकार की मांग करना था।
3. नमक आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी ने कौन सा प्रमुख मार्ग अपनाया?
उत्तर: महात्मा गांधी ने 240 मील की दांडी यात्रा (Dandi March) की, जो अहमदाबाद से दांडी तक की थी, और वहां समुद्र तट पर नमक बनाकर ब्रिटिश नमक कानून का उल्लंघन किया।
4. नमक आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी के साथ कौन-कौन से प्रमुख नेता थे?
उत्तर: नमक आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी के साथ पंडित नेहरू, सरदार पटेल, और अन्य प्रमुख कांग्रेसी नेता भी थे।
5. नमक आंदोलन के परिणामस्वरूप ब्रिटिश सरकार ने किस प्रकार की प्रतिक्रिया दी?
उत्तर: ब्रिटिश सरकार ने नमक आंदोलन के नेताओं को गिरफ्तार किया और आंदोलन को दबाने के लिए पुलिस बल का प्रयोग किया, लेकिन इसके बावजूद भारतीय जनता के समर्थन से आंदोलन सफल रहा।
6. नमक आंदोलन के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का क्या रुख था?
उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने नमक आंदोलन को पूरी तरह से समर्थन दिया और इसे ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक महत्वपूर्ण आंदोलन माना।
7. दांडी यात्रा का महत्व क्या था?
उत्तर: दांडी यात्रा ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को एक नई दिशा दी और ब्रिटिश नमक कानून का विरोध करने के लिए व्यापक समर्थन जुटाया।
8. नमक आंदोलन के दौरान कितने भारतीय नेताओं को गिरफ्तार किया गया था?
उत्तर: नमक आंदोलन के दौरान सैकड़ों भारतीय नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था।
9. नमक आंदोलन का वैश्विक प्रभाव क्या था?
उत्तर: नमक आंदोलन ने विश्वभर में भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष की मान्यता को बढ़ाया और ब्रिटिश साम्राज्यवाद के खिलाफ एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया।
10. नमक आंदोलन के बाद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में कौन सा प्रमुख कदम उठाया गया?
उत्तर: नमक आंदोलन के बाद, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सविनय अवज्ञा आंदोलन (Civil Disobedience Movement) को और अधिक तेज़ किया गया, और यह स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया।