Ancient Indian History MCQs: इस प्रश्नोत्तर श्रृंखला में प्राचीन भारत के ऐतिहासिक शासकों, अभिलेखों, दर्शन, धर्मशास्त्र, कृषि और भाषाओं की जानकारी दी गई है। इसमें रुद्रदामन के अभिलेख, अशोक की धम्म यात्रा, पतंजलि का योग दर्शन, मनु स्मृति, एलारा की विजय, प्रयाग प्रशस्ति, वैदिक कालीन जौ, द्विभाषीय अभिलेख और गौतमिपुत्र की उपाधियाँ प्रमुख रूप से शामिल हैं।
1. जूनागढ़ अभिलेख में किस शक शासक की उपलब्धियों को दर्शाया गया है?
उत्तर: रुद्रदामन
व्याख्या: जूनागढ़ अभिलेख (150 ईस्वी) में शक शासक रुद्रदामन की सैन्य उपलब्धियाँ, क्षेत्र और व्यक्तिगत गुणों का वर्णन संस्कृत भाषा में किया गया है।
2. गुप्त साम्राज्य के बाद गरुड़ को वंशीय प्रतीक किसने अपनाया?
उत्तर: राष्ट्रकूटों ने
व्याख्या: राष्ट्रकूट वंश ने गरुड़ को अपना राजचिह्न बनाया जो पहले गुप्तों द्वारा भी उपयोग किया जाता था।
3. अशोक की पहली धम्म यात्रा को कौन से शिलालेख में वर्णित किया गया है?
उत्तर: मुख्य शिलालेख VIII
व्याख्या: अशोक की पहली धम्म यात्रा बोधगया और बोधि वृक्ष तक की थी जिसका वर्णन मुख्य शिलालेख VIII में है।
4. योग दर्शन के संस्थापक कौन थे?
उत्तर: पतंजलि
व्याख्या: पतंजलि द्वारा रचित ‘योग सूत्र’ योग दर्शन का मूल ग्रंथ है और वे योग दर्शन के संस्थापक माने जाते हैं।
5. निम्न में से सबसे प्राचीन स्मृति कौन-सी है?
उत्तर: मनु स्मृति
व्याख्या: मनु स्मृति प्राचीनतम धर्मशास्त्र है जो प्राचीन गुप्त काल से पहले का है।
6. श्रीलंका को जीतने वाला सबसे प्राचीन चोल राजा कौन था?
उत्तर: एलारा
व्याख्या: चोल राजा एलारा ने 235 ईसा पूर्व श्रीलंका के राजरट्ट राज्य को जीता और 50 वर्षों तक शासन किया।
7. गुप्त काल में प्रयाग-प्रशस्ति शिलालेख किसने लिखा था?
उत्तर: हरिसेना
व्याख्या: समुद्रगुप्त के दरबारी कवि हरिसेना ने प्रयाग प्रशस्ति (इलाहाबाद स्तंभ लेख) की रचना की।
8. वैदिक काल में सबसे महत्वपूर्ण अनाज कौन-सा था?
उत्तर: जौ (बार्ली)
व्याख्या: वैदिक काल में जौ सबसे महत्वपूर्ण और प्रमुख फसल के रूप में उगाई जाती थी।
9. अशोक के द्विभाषीय अभिलेख किन दो भाषाओं में थे?
उत्तर: ब्राह्मी, ग्रीक और अरमैइक
व्याख्या: अशोक के अभिलेख ब्राह्मी और खरोष्ठी लिपियों के अलावा ग्रीक और अरमैइक भाषाओं में भी पाए गए हैं।
10. किस ऐतिहासिक व्यक्ति ने ‘शक-यवन-पल्लव-निदूषण’ और ‘त्रिसमुद्रपीटोयवाहन’ की उपाधियाँ धारण कीं?
उत्तर: गौतमिपुत्र सातकर्णि
व्याख्या: सातवाहन सम्राट गौतमिपुत्र सातकर्णि ने शक, यवन और पल्लवों को हराया और तीन समुद्रों तक अपने घोड़ों को ले जाकर यह उपाधियाँ प्राप्त कीं।