General Knowledge: जैन धर्म लगभग छठी सदी ईसा पूर्व भारत में महावीर स्वामी द्वारा स्थापित हुआ। इसके मुख्य सिद्धांत अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह हैं। महावीर स्वामी ने सांसारिक जीवन त्याग कर अहिंसा और आत्मा की शुद्धि पर जोर दिया। जैन धर्म ने समाज में नैतिकता और शांति का संदेश फैलाया जो आज भी प्रासंगिक है।
प्रश्न 1: जैन धर्म कब और कहाँ उदय हुआ था?
उत्तर: जैन धर्म लगभग 6ठी सदी ईसा पूर्व भारत में उदय हुआ था।
प्रश्न 2: जैन धर्म के मुख्य सिद्धांत क्या हैं?
उत्तर: जैन धर्म के मुख्य सिद्धांत अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह हैं।
प्रश्न 3: जैन धर्म की स्थापना किसने की थी?
उत्तर: जैन धर्म की स्थापना महावीर स्वामी ने की थी, जो अंतिम तीर्थंकर माने जाते हैं।
प्रश्न 4: तीर्थंकर कौन होते हैं?
उत्तर: तीर्थंकर वे संत और आचार्य होते हैं जिन्होंने जैन धर्म की शिक्षाओं को पुनर्जीवित और प्रसारित किया।
प्रश्न 5: महावीर स्वामी का जन्म कहाँ और कब हुआ था?
उत्तर: महावीर स्वामी का जन्म 599 ईसा पूर्व बिहार के कुंडलग्राम में हुआ था।
प्रश्न 6: महावीर स्वामी ने किस उम्र में सांसारिक जीवन त्याग दिया?
उत्तर: महावीर स्वामी ने 30 वर्ष की आयु में सांसारिक जीवन त्याग दिया।
प्रश्न 7: महावीर स्वामी ने जैन धर्म के कौन-कौन से प्रमुख उपदेश दिए?
उत्तर: महावीर स्वामी ने अहिंसा, आत्मा की शुद्धि, और कर्म के सिद्धांत पर जोर दिया।
प्रश्न 8: जैन धर्म में अहिंसा का क्या अर्थ है?
उत्तर: जैन धर्म में अहिंसा का अर्थ है किसी भी जीव को कोई भी हिंसा न करना।
प्रश्न 9: जैन धर्म का सामाजिक प्रभाव क्या रहा?
उत्तर: जैन धर्म ने समाज में अहिंसा, नैतिकता, शिक्षा और संस्कृति को बढ़ावा दिया।
प्रश्न 10: जैन धर्म आज क्यों प्रासंगिक है?
उत्तर: जैन धर्म आज भी शांति, अहिंसा और आत्मा की शुद्धि का संदेश देता है जो विश्वभर में महत्वपूर्ण है।