Richest village in Asia: जब गांव की तस्वीर आपके दिमाग में आती है, तो आप आमतौर पर एक साधारण जीवनशैली, देहाती वातावरण, कच्ची सड़कों और कच्चे मकानों की छवि सोचते हैं, साथ ही बिजली की आपूर्ति भी प्रभावित होती है और यहां के लोग मध्यवर्गीय और निम्न आय वर्ग के होते हैं।
हालांकि, भारत में एक ऐसा गांव है जो इस छवि को गलत साबित कर सकता है। दरअसल, हम यहां एशिया के सबसे अमीर गांव की बात कर रहे हैं, जो भारत के एक राज्य में स्थित है।
यहां रहने वाले लोगों के पास बैंकों में हजारों करोड़ रुपये जमा हैं। ये सिर्फ दो या पांच परिवार नहीं हैं, बल्कि इन परिवारों की संख्या एक हजार से भी अधिक है। यह गांव कौन सा है और इसके अमीर बनने का कारण क्या है, जानने के लिए इस लेख को पढ़ें।
एशिया का सबसे अमीर गांव किस राज्य में है?
सबसे पहले, आइए जानते हैं कि एशिया का सबसे अमीर गांव भारत के किस राज्य और जिले में स्थित है। यह गांव गुजरात के कच्छ जिले में स्थित है।
सबसे अमीर गांव कौन सा है?
अब जान लेते हैं कि भारत में एशिया का सबसे अमीर गांव कौन सा है। यह गांव कच्छ जिले का माधापर गांव है।
गांव में किस समुदाय के लोग रहते हैं?
गांव में मुख्य रूप से पटेल समुदाय के लोग रहते हैं, जिनकी जनसंख्या 32 हजार तक पहुंच गई है, जबकि 2011 में यह 17 हजार दर्ज की गई थी।
गांव में कितनी परिवार विदेश में रहते हैं?
गांव में लगभग 20 हजार घर हैं, जिनमें से लगभग 1200 परिवार विदेश में निवास करते हैं। इन परिवारों के लोग विदेश में अच्छी कमाई करते हैं और पैसे भारत भेजते हैं।
विदेश में किस क्षेत्र में काम कर रहे हैं लोग?
गांव के लगभग 1200 परिवार निर्माण क्षेत्र में सक्रिय हैं, जो मध्य अफ्रीकी देशों के साथ-साथ अमेरिका, लंदन और अन्य देशों में काम कर रहे हैं। निर्माण क्षेत्र में अच्छी कमाई के कारण यह गांव एशिया के सबसे अमीर गांवों में से एक बन गया है।
गांव में कितना पैसा जमा है?
गांव की कुल आय की बात करें तो लगभग 7 हजार करोड़ रुपये 17 बैंकों में जमा हैं। ऐसे में गांव में कई प्रमुख बैंकों की शाखाएं देखी जा सकती हैं और कई अन्य बैंक भी यहां अपनी शाखाएं खोलने के लिए उत्सुक हैं।
गांव में कौन-कौन सी सुविधाएं उपलब्ध हैं?
इस गांव में सभी प्रकार की बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां पानी, बिजली, सड़क, कंक्रीट मकान, अस्पताल, बैंक, पोस्ट ऑफिस और बाजार जैसी प्रमुख सुविधाएं हैं।